Poorak Konon Ke Trikonamiteey Anupaat
परिचय
जब दो कोणों का योग 90° होता है तो उन्हें पूरक कोण कहा जाता है। यदि कोई न्यून कोण A है तो उसका पूरक कोण (90° – A) होगा। समकोण त्रिभुज में, पूरक कोणों के त्रिकोणमितीय अनुपात (Trigonometric Ratio of Complementary Angles) निम्न प्रकार ज्ञात करते है।
सूत्र की उत्पत्ति और व्याख्या
माना △PQR एक समकोण त्रिभुज है जिसमें ∠Q समकोण है और ∠R न्यून कोण है।
तो ∠P + ∠R = 90°
∠P + ϴ = 90°
∠P = (90° – ϴ)
इसलिए ∠P और ∠R पूरक कोण हैं।
अब कोण ϴ के लिए त्रिकोणमितीय अनुपात
sin ϴ = PQ/PR cos ϴ = QR/PR tan ϴ = PQ/QR
cosec ϴ = PR/PQ sec ϴ = PR/QR cot ϴ = QR/PQ …………….(1)
कोण (90° – ϴ) के लिए त्रिकोणमितीय अनुपात
sin (90° – ϴ) = QR/PR cos (90° – ϴ) = PQ/PR tan (90° – ϴ) = QR/PQ
cosec (90° – ϴ) = PR/QR sec (90° – ϴ) = PR/PQ cot (90° – ϴ) = PQ/QR …………..(2)
समीकरण (1) और (2) की तुलना करने पर,
sin (90° – ϴ) = QR/PR = cos ϴ cos (90° – ϴ) = PQ/PR = sin ϴ
tan (90° – ϴ) = QR/PQ = cot ϴ cot (90° – ϴ) = PQ/QR = tan ϴ
cosec (90° – ϴ) = PR/QR = sec ϴ sec (90° – ϴ) = PR/PQ = cosec ϴ
इसलिए,
sin (90° – ϴ) = cos ϴ | cos (90° – ϴ) = sin ϴ |
tan (90° – ϴ) = cot ϴ | cot (90° – ϴ) = tan ϴ |
cosec (90° – ϴ) = sec ϴ | sec (90° – ϴ) = cosec ϴ |
नोट – इसका मतलब है कि sin और cos, tan और cot, cosec और sec पूरक कोणों के लिए समान होते हैं।
कुछ उदाहरण –
उदाहरण – 1) हल कीजिये sin 35°/cos 55°
हल – ∵ 55° = 90° – 35°
∴ cos 55° = cos(90° – 35°) [∵ cos (90° – ϴ) = sin ϴ]
cos 55° = sin 35°
इसलिए, sin 35°/sin 35° = 1 उत्तर
उदाहरण – 2) हल कीजिये cos2 50° + cos2 40°
हल – ∵ 50° = 90° – 40°
∴ cos 50° = cos (90° – 40°) = sin 40°
और cos2 50° = sin2 40°
इसलिए, cos2 50° + cos2 40°
sin2 40° + cos2 40° = 1 [∵ sin2 ϴ + cos2 ϴ = 1] उत्तर
उदाहरण – 3) सिद्ध कीजिए tan 25° tan 55° tan 65° tan 35° = 1
हल – बायाँ पक्ष = tan 25° tan 55° tan 65° tan 35°
= tan (90° – 65°) tan (90° – 35°) tan 65° tan 35°
= cot 65° cot 35° tan 65° tan 35°
= 1/(tan 65° tan 35°) × tan 65° tan 35°
= 1
= दायाँ पक्ष